इल्यूमिनेशन  (Illumination)

जब किसी भी प्रकाश स्श्रोत या लाइट या बल्ब द्वारा किसी प्रकाशीय तल या सतह पर प्रति वर्ग ईकाई के क्षेत्रफल के क्षेत्र पर जितना ल्यूमिनियश फ्लक्स का प्रकाश या लाइट पड़ता  है वह उस प्रकाश स्श्रोत वस्तु का इल्यूमिनेशन कहलाता है।इसे E से प्रदर्शित करते हैं।

 
इल्यूमिनेशन



इल्यूमिनेशन (E)= F/A.       ( जहां F - ल्यूमिनियश फ्लक्स और A- प्रति वर्ग ईकाई क्षेत्र‌‌फल )

इल्यूमिनेशन की S.I. Unit Lux होती हैं।



Candle power - प्रकाश की मात्रा को मापने के लिए मोमबत्ती को आधार माना गया हैं। कैण्डिल पावर एक मानक (Standard) मोमबत्ती से निकलने वाली प्रकाश की मात्रा होती हैं। इसका प्रयोग किसी अन्य स्श्रोत से निकलने वाली प्रकाश की तीव्रता से किया जाता है। यह एक दिये गये निश्चित दिशा में एक यूनिट सोलिड कोण से निकले ल्यूमेन की संख्या होती हैं। इसे Candle Power कहते है। इसे C.P. से प्रर्दशित करते हैं।


प्रदीप्ति पुंज (Luminous Flux) - यह किसी भी प्रकाश स्श्रोत द्वारा उत्पन्न प्रकाश की कुल मात्रा प्रति सेकंड में होती हैं। इसे फाई या F से प्रदर्शित करते हैं। इसकी इकाई Lumen होती हैं।


ल्यूमिनियश तीब्रता ( Luminous Intensity) - यह किसी प्रकाश स्श्रोत द्वारा किसी निश्चित समय में प्रति इकाई सोलिड कोण में उत्पन्न फ्लक्स होता है। जिसे ल्यूमिनियश तीब्रता कहते हैं।
ल्यूमिनियश तीब्रता - कैण्डिल पावर(C.P.) / सोलिड कोण(W)


यूनिट सोलिड कोण ( Unit Solid Angle) - यदि एक गोले के यूनिट अर्द्ध व्यास के केन्द्र में प्रकाश स्श्रोत रख दिया जाए तो एक यूनिट क्षेत्रफल पर पड़ने वाला कोण Unit Solid Angle कहलाता है। Unit Solid Angle को (W) से प्रदर्शित करते हैं।       
यूनिट सोलिड कोण (W) - गोले का क्षेत्रफल/गोले का अर्धव्यास =


एफिशिएंसी ( Efficiency) - ल्यूमिनियश आउटपुट और इनपुट पावर के अनुपात को एफिशिएंसी कहा जाता है। यह % प्रतिशत से ज्ञात की जाती है।
ल्यूमेन प्रति वाट एफिशिएंसी = ल्यूमेन आउटपुट/इनपुट पावर×100


एब्जोर्पशन फैक्टर (Absorption Factor) - जब कोई प्रकाश किसी माध्यम से गुजरता है, तो वह प्रकाश धरातल से परावर्तित होता है। तो उस प्रकाश की मात्रा में कुछ हानि होती है, जिसे एब्जोर्पशन फैक्टर कहते है।
एब्जोर्पशन फैक्टर = एब्जोर्पशन/ इन्सीडैंट प्रकाश

रिफ्लैक्शन फैक्टर (Reflection Factor) - जब किसी धरातल पर प्रकाश पड़ता है तो वह फिर वापस उसी कोण पर जाने के अनुपात को रिफ्लैक्शन फैक्टर कहते हैं।
रिफ्लैक्सन फैक्टर= रिफ्लैक्टिड प्रकाश / इन्सीडैंट प्रकाश