वोल्टेज (Voltage) के अनुसार ट्रांसफार्मर (Transformer) के प्रकार
वोल्टेज (Voltage) के आधार पर ट्रांसफार्मर (Transformer) दो प्रकार के होते हैं।
1- स्टैप - अप ट्रांसफार्मर ( Step - Up Transformer ).
2- स्टैप - डाउन ट्रांसफार्मर (Step - Down Transformer ).
1- स्टैप अप ट्रांसफार्मर (Step - Up Transformer)
वह ट्रांसफार्मर जो ए.सी. वोल्टेज की कम वोल्टेज (Low Voltage) को अधिक वोल्टेज (High Voltage) में बदलता है। उसे स्टैप - अप ट्रांसफार्मर (Step -up Transformer) कहते है। इस ट्रांसफार्मर में सेकेंडरी वाइंडिंग (Secondary Winding) की टर्नो की संख्या प्राइमरी वाइंडिंग (Primary Winding) की टर्नो की संख्या से अधिक होती है। अगर किसी ट्रांसफार्मर की प्राइमरी वाइंडिंग में लो वोल्टेज (Low Voltage) दी जाए तो उसकी सेकेंडरी वाइंडिंग में हाई वोल्टेज ( High Voltage ) प्राप्त होती है या अगर प्राइमरी वाइंडिंग में 220 वोल्टेज दी जाए तो सेकेंडरी वाइंडिंग में 440 वोल्टेज प्राप्त होती है। अतः इस ट्रांसफार्मर को स्टैप - अप ट्रांसफार्मर (Step - Up Transformer) कहते है।
2- स्टैप डाउन ट्रांसफार्मर ( Step - Down Transformer)
इस ट्रांसफार्मर का प्रयोग ए. सी. की अधिक वोल्टेज (High Voltage) को कम वोल्टेज (Low Voltage) में बदलने के लिए किया जाता है। इस ट्रांसफार्मर में सेकेंडरी वाइंडिंग (Secondary Winding) की टर्नो की संख्या प्राइमरी वाइंडिंग (Primary Winding) की टर्नो की संख्या से कम होती है। यदि किसी ट्रांसफार्मर की प्राइमरी वाइंडिंग में अधिक वोल्टेज दी जाए और सेकेंडरी वाइंडिंग में कम वोल्टेज प्राप्त होती है या यदि किसी ट्रांसफार्मर के प्राइमरी वाइंडिंग में 440 वोल्टेज दी जाए और सेकेंडरी वाइंडिंग में 220 वोल्टेज प्राप्त होती है तो उस ट्रांसफार्मर को स्टैप - डाउन (Step - Down Transformer ) ट्रांसफार्मर कहते है।
फेजों (Phase) के आधार पर ट्रांसफार्मर (Transformer) के प्रकार
फेजों (Phase) के आधार पर ट्रांसफार्मर (Transformer) दो प्रकार के होते है।
1- सिंगल फेज ट्रांसफार्मर (Single Phase Transformer)
सिंगल फेज ट्रांसफार्मरों में दो प्रकार की वाइंडिंग की जाती है। प्राइमरी वाइंडिंग और सेकेंडरी वाइंडिंग। सिंगल फेज ट्रांसफार्मर छोटे आकार के और कम क्षमता के होते है। यह ट्रांसफार्मर अधिकतर 250 वोल्टेज तक ही प्रयोग में लाये जाते है। इन्हें सिंगल फेज ट्रांसफार्मर (Single Phase Transformer) कहा जाता है।
2- थ्री फेज ट्रांसफार्मर (Three Phase Transformer)
आधुनिक युग में आजकल थ्री फेज ट्रांसफार्मरों का बहुत अधिक प्रयोग किया जाता है क्योंकि आजकल ए.सी. सप्लाई भी थ्री फेज से उत्पन्न की जाती है। आजकल ट्रांसमिशन तथा डिस्ट्रीब्यूशन के लिए भी थ्री फेज ट्रांसफार्मर (Three Phase Transformer) प्रयोग में लाये जाते है क्योंकि थ्री फेज ट्रांसफार्मर के प्रयोग से एल्यूमीनियम और तांबे की बचत होती है। इस ट्रांसफार्मर को थ्री फेज ट्रांसफार्मर ( Three Phase Transformer) कहा जाता है।
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