3 Phase Induction Motor in Hindi | 3 फेज प्रेरण मोटर (3 Phase Induction Motor)
हेलो दोस्तों इस आर्टिकल में हम 3 फेज प्रेरण मोटर (3 Phase Induction motor) के बारे में जानेंगे।
3 फेज प्रेरण मोटर (3 Phase Induction motor) क्या होती हैं? | 3 फेज प्रेरण मोटर (3 Phase Induction motor) कितने प्रकार की होती हैं? | 3 फेज प्रेरण मोटर (3 Phase Induction motor) का उपयोग कहाँ पर किया जाता है?
3 फेज प्रेरण मोटर (3 Phase Induction motor)
3 फेज प्रेरण मोटर (3 Phase Induction motor) का उपयोग आजकल बहुत जगह पर किया जाता है। Industrial और Domestic के विभिन्न Appliances में इस मोटर का आजकल हर जगह उपयोग होने लगा है क्योंकि इस मोटर की संरचना आसान है और परिचालन में भी कोई कठिनाई नहीं होती हैं। इन मोटरों के मूल्य भी कम है और इनमें मेंटेनेंस की भी आवश्यकता कम रहती हैं। तीन फेज प्रेरण मोटर (3 Phase Induction motor) की चाल (Speed) और बल आघूर्ण के अभिलक्षण अच्छे होते हैं।
3 फेज प्रेरण मोटर (3 Phase Induction motor) का सिद्धांत
जब किसी धारावाहिक कुंडली या चालक को चुम्बकीय क्षेत्र में रखा जाता है तो उसमें एक बल उत्पन्न हो जाता हैं। उस बल के कारण ही वह अपनी अक्ष पर घूमने लगता है। तीन फेज प्रेरण मोटर (3 Phase Induction motor) का रोटर विद्युत रूप से इसके स्टेटर से जुड़ा हुआ नहीं होता हैं। जब स्टेटर में विद्युत धारा का प्रवाह किया जाता है तो उसमें चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न हो जाता है और इस चुम्बकीय क्षेत्र के कारण ही रोटर के चालकों में बल उत्पन्न होता है और रोटर घूमने लगती है इसलिए इस मोटर को प्रेरण मोटर (Induction motor) कहते हैं।
3 फेज प्रेरण मोटर (3 Phase Induction motor) के स्टेटर में तीन फेज की वाइंडिंग एक दूसरे के परस्पर 120 डिग्री पर फेज पर रखी जाती है।
रोटर के घूमने की दिशा बदलना
स्टेटर के चुम्बकीय क्षेत्र की घूमने की दिशा सप्लाई के फेज सीक्वेंस पर निर्भर करती हैं यदि स्टेटर की घूमने वाली चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा बदली जाए तो रोटर के घूमने की दिशा भी बदल जायेगी। इसलिए सप्लाई के फेज सिक्वेंस से बदलने के लिए मोटर के स्टेटर से जुड़े हुए संयोजन टर्मिनल की कोई भी दो टर्मिनलों को आपस में बदलने से मोटर की घूमने की दिशा भी बदल जायेगी।
3 फेज प्रेरण मोटर (3 Phase Induction Motor) के भाग
3 फेज प्रेरण मोटर के मुख्यत: दो भाग होते हैं
(1)- स्टेटर
(2)- रोटर
(1)- स्टेटर
3 फेज प्रेरण मोटर का यह भाग स्थिर रहता है। इसमें तीन फेज की वाईंडिंग की जाती है। तीनों वाईंडिंग एक दूसरे से 120 डिग्री के ऐंगल पर रहती है।
(2)- रोटर
3 फेज प्रेरण मोटर का यह भाग घूमने वाला भाग होता है। इसमें कोई वाईंडिंग नहीं की जाती। यह बेलनाकार आकृति का इस्पात के पट्टलित क्रोड से मिलकर बना होता है। इसमें शॉफ्ट के समानान्तर ऊपरी सतह पर कॉपर या एल्यूमीनियम चालक की छडें लगी होती है जो शॉफ्ट की क्रोड के दोनों सिरों पर कॉपर की ठोस रिंगों से जुड़ी होती है। छोटी मशीनों में यह छडें और रिंग एल्यूमीनियम की और बड़ी मशीनों में यह कॉपर की बनी होती हैं। यह दो प्रकार के होते हैं।
(1)- गिलहरी पिंजरा प्रेरण रोटर (Squirrel Cage Induction Rotor )
(2)- स्लिपरिंग प्रेरण रोटर (Slip Ring Induction Rotor)
(1)- गिलहरी पिंजरा प्रेरण रोटर (Squirrel Cage Induction Rotor)
गिलहरी पिंजरा प्रेरण रोटर (Squirrel Cage Induction Rotor) दो प्रकार के होते हैं।
(1) - Single Squirrel Cage Induction Rotor
इस रोटर में एक ही Cage में कॉपर या एल्यूमीनियम छड़ों को कॉपर या एल्यूमीनियम के ठोस रिगों से जोडा जाता है।
(2) - Double Squirrel Cage Induction Rotor
इस रोटर में दो Cage एक अन्दर की ओर और दूसरा बाहर की ओर दोनों केजों में कॉपर या एल्यूमीनियम छड़ों को कॉपर या एल्यूमीनियम के ठोस रिगों से जोडा जाता है।
(2)- Slip Ring Induction Rotor
इस रोटर में स्टेटर की ही तरह रोटर में भी तीन फेज की वाईंडिंग की जाती है और वाइंडिंग को स्टार कनैक्शन में जोडकर तीनों स्लिप रिंगों से ब्रशों के द्वारा नीचे दिए गए चित्र के अनुसार कनेक्शन करते हैं। इस तरह की मोटर को स्लिप रिंग इंडक्शन मोटर कहते हैं।
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