Logic Gates in Hindi (लॉजिक गेट्स हिन्दी में)
हेलो दोस्तों इस आर्टिकल में हम जानेंगे और सिखेंगे कि लॉजिक गेट्स क्या होते हैं और ये कितने प्रकार के होते हैं?
Logic Gates ( लॉजिक गेट्स)
लॉजिक गेट्स किसी भी डिजिटल इलैक्ट्रॉनिक्स सिस्टम के मूल बिल्डिंग ब्लाक्स होते हैं। ये वे इलैक्ट्रॉनिक्स उपकरण हैं जो तार्किक संचालन (logical operation) करते हैं। ये डिजिटल कम्प्यूटर के अन्दर विभिन्न प्रकार के डिजिटल उपकरणों में इसका उपयोग किया जाता है।
लॉजिक गेट एक डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक सर्किट है जिसमें एक या एक से अधिक इनपुट होते हैं और केवल एक आउटपुट होता है। लॉजिक गेट्स लगभग 7 प्रकार के होते हैं।
(1)-NOT Gate
(2)- AND Gate
(3)- NAND Gate
(4)- OR Gate
(5)- NOR Gate
(6)- Exclusive-OR (EX-OR) Gate
(7)- Exclusive -NOR (EX- NOR) Gate
(1)-NOT Gate
NOT Gate में दो सिग्नल टर्मिनल होते है एक इनपुट और एक आउटपुट। इस गेट को इन्वर्टर के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यह गेट लॉजिकल बाइनरी सिग्नल (Binary Signals) को उल्टा या पलट देता है। यदि इनपुट सिग्नल उच्च (1) होता है तो आउटपुट सिग्नल निम्न (0) होता है। और यदि इनपुट सिग्नल निम्न (0) हो तो आउटपुट सिग्नल उच्च (1) होता है।
(2)- AND Gate
AND Gate में तीन सिग्नल टर्मिनल होते है दो इनपुट एक आउटपुट। AND Gate एक तार्किक गुणन (Logical Multiplication) करता है। इस गेट में यदि दोनों इनपुट सिग्नल उच्च अर्थात (1) हो तो आउटपुट सिग्नल भी उच्च (1) होता है। यदि किसी भी एक इनपुट सिग्नल को निम्न (0) होने पर आउटपुट सिग्नल भी निम्न (0) होता है।
(3)- NAND Gate
NAND Gate एक ऐसा गेट है जिसमें दो इनपुट टर्मिनल और एक आउटपुट टर्मिनल होता है। यह गेट AND Gate और NOT Gate का संयोजन रूप है। NAND गेट का आउटपुट सिग्नल उच्च या (1) तब होता है जब एक या दोनों इनपुट सिग्नल निम्न या (0) होते है। आउटपुट सिग्नल तब निम्न (0) होता है जब दोनों इनपुट सिग्नल उच्च (1) होते है।
(4)- OR Gate
OR Gate में दो इनपुट टर्मिनल और एक आउटपुट टर्मिनल होता है। यह गेट लॉजिकल अॉपरेशन या ऐडिशन करता है। इस गेट में आउटपुट सिग्नल उच्च (1) तभी होता है जब दोनों इनपुट सिग्नल उच्च (1) हो या दोनों में से एक भी इनपुट सिग्नल उच्च(1) होने पर आउटपुट सिग्नल उच्च (1) होता है। यदि दोनों इनपुट सिग्नल निम्न (0) हो तो आउटपुट सिग्नल भी निम्न (0) होता है।
(5)- NOR Gate
NOR Gate में दो टर्मिनल इनपुट और एक आउटपुट टर्मिनल होता है। यह गेट OR Gate और NOT Gate का संयोजन रूप होता है। इस गेट में यदि दोनों इनपुट सिग्नल निम्न (0) होते है तो आउटपुट सिग्नल उच्च (1) होता है। यदि दोनों इनपुट सिग्नल उच्च (1) या दोनों में से कोई भी एक इनपुट सिग्नल के उच्च (1) होने पर भी आउटपुट सिग्नल निम्न (0) होता है।
(6)- Exclusive-OR (EX-OR) Gate
Exclusive-OR (EX-OR) Gate एक ऐसा गेट है जिसमें दो इनपुट टर्मिनल और एक आउटपुट टर्मिनल होता है। इस गेट में यदि दोनों इनपुट सिग्नल निम्न (0) या दोनों इनपुट सिग्नल उच्च (1) होते हैं तो आउटपुट सिग्नल निम्न (0) होता है। और यदि दोनों में से एक इनपुट सिग्नल के उच्च (1) होने पर आउटपुट सिग्नल भी उच्च (1) होता है। यह एक एसा गेट होता है जिसका उपयोग Digital Data Processing में किया जाता है।
(7)- Exclusive -NOR (EX- NOR) Gate
Exclusive -NOR (EX- NOR) Gate एक ऐसा गेट है जिसमें दो इनपुट टर्मिनल और एक आउटपुट टर्मिनल होता है। इस गेट में यदि दोनों इनपुट सिग्नल निम्न (0) या दोनों इनपुट सिग्नल उच्च (1) होते हैं तो आउटपुट सिग्नल उच्च (1) होता है। और यदि दोनों में से एक इनपुट सिग्नल के उच्च (1) होने पर आउटपुट सिग्नल निम्न (0) होता है।
Universal Gate (सार्वभौमिक गेट)
NAND और NOR Gate को सार्वभौमिक गेट (Universal Gate)कहा जाता है क्योंकि इन गेट के उपयोग से अन्य सभी प्रकार के गेट बनाये जा सकते हैं। इन दोनों गेटों का उपयोग बहुतायत में किया जाता है।
हेलो दोस्तों अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आये तो इसे लाइक और शेयर करना न भूलें।
0 टिप्पणियाँ